हमास के आतंकियों ने गाजा में कुछ ऐसा किया है जिससे उनका घिनौना चेहरा बेनकाब हो गया है। आतंकियों ने गाजा में 3 फलस्तीनी नागरिकों को सरेआम मार डाला है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है।

Hamas Terrorists Killed Palestinians: इजरायल की ओर से गाजा में लगातार सैन्य कार्रवाई जारी है। इस बीच गाजा में एक ऐसी घटना हुई है जिसने हमास के आतंकियों का घिनौना चेहरा बेनकाब कर दिया है। हमास के आतंकियों ने गाजा में 3 फलस्तीनी नागरिकों को सरेआम मौत के घाट उतार दिया है। जिस वक्त नकाबपोश हमास के आतंकी आम नागरिकों को सजा-ए-मौत दे रहे थे, उस वक्त वहां मौजूद भीड़ नारे लगा रही थी। कहा जा रहा है कि फलस्तीनी नागरिक गाजा में इजरायली अभियान में मदद कर रहे थे।
हमास के आतंकियों की करतूत, देखें वीडियो
हमास के आतंकियों की इस करतूत का वीडियो भी सामने आया है। वीडियों में देखा जा सकता है कि 3 लोगों की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है और वो जमीन पर घुटनों के बल बैठे दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान हमास के आतंकी हथियारों के साथ दिख रहे हैं। इस दौरान लोगो की भीड़ में से कुछ लोग वीडियो बना रहे है तो कुछ लोग नारे लगा रहे हैं।
‘मौत की सजा मुकर्रर की गई’
न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार हमास के एक आतंकी ने अरबी भाषा में चिल्लाते हुए कहा कि इजरायल के इन सभी सहयोगियों के लिए मौत की सजा मुकर्रर की गई है। बाद में हमास के आतंकियों ने फलस्तीनियों को शवों पर नोट छोड़े जिन पर लिखा था, “तुम्हारा विश्वासघात तुम्हें बिना सजा के नहीं बख्श सकता। कड़ी सजा का इंतजार था, वह पूरा हुआ।” जानकारी के मुताबिक हमास के आतंकियों ने गाजा शहर के शिफा अस्पताल के बाहर आ नागरिकों की बेरहमी से हत्या की है।
यासर अबू शबाब के बारे में जानें
जिन फलस्तीनी नागरिकों को मौत दी गई है उनमें से एक का नाम यासर अबू शबाब था। शबाब को इजरायल का प्रमुख सहयोगी बताया गया है। कथित तौर पर वह इजरायल के एक सशस्त्र कबीले का नेतृत्व करता था और इजरायली नियंत्रण वाले राफा में सक्रिय था। यह कबीला खुद को हमास का विरोधी बताता है।
हमास ने पहले भी की है ऐसी करतूत
हमास के आतंकी पहले भी इस तरह की करतूतों को अंजाम दे चुके हैं। इससे पहले मई में भी हमास के आतंकियों ने मानवीय सहायता और राहत सामग्री लूटने के आरोप में 6 फलस्तीनियों को मौत के घाट उतार दिया था। इस बीच इजरायली सेना ने कहा कि उसका उद्देश्य हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त कराना और आतंक का सफाया करना है। हमास की ओर से संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गाजा में अब तक 65 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुक है।