बॉलीवुड में जहां कई कलाकार बचपन से तो कई 16-17 की उम्र से अपना करियर शुरू कर देते हैं। लेकिन, इंडस्ट्री में एक ऐसे कलाकार थे जिन्होंने अपने करियर की ही शुरुआत उस उम्र में की, जिसमें ज्यादातर सितारे रिटायरमेंट ले रहे होते हैं।

1975 में रिलीज हुई रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शोले’ का हर किरदार आज भी दर्शकों के जेहन में बसा है, फिर चाहे वो जय-वीरू हों, बसंती-राधा या गब्बर। इस कल्ट क्लासिक के एक और कलाकार ने खूब सुर्खियां बटोरीं और वो थे ‘रहीम चाचा’ का किरदार निभाने वाले लेजेंडरी एक्टर ए के हंगल, जो भारतीय सिनेमा के ऐसे दिग्गज थे, जिन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत ही उस उम्र में की थी, जिसमें लोग रिटायर होने लगते हैं। अपने संवेदनशील अभिनय से दर्शकों के दिल जीतने वाले ए के हंगल एक बेहतरीन अभिनेता होने के साथ-साथ एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे और साथ ही साथ थिएटर आर्टिस्ट भी थे।
52 की उम्र में शुरू किया करियर
ए के हंगल तब 52 साल के थे, जब उन्होंने फिल्मों का रुख किया। इस उम्र में अपने करियर की शुरुआत करने के बावजूद उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और अपने करियर में उन्होंने अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, शशि कपूर, धर्मेंद्र से लेकर आमिर खान, शाहरुख खान जैसे तमाम स्टार्स के साथ काम किया और दर्शकों की मोहब्बत कमाई। आज भी उनके कई डायलॉग आए दिन सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं, जिनमें से एक ‘इतना सन्नाटा क्यों है भाई’ भी है।
स्वतंत्रता सेनानी थे ए के हंगल
ए के हंगल का पूरा नाम अवतार किशन हंगल था और वह एक स्वतंत्रता सेनानी भी रह चुके थे। उन्होंने शुरुआती दिनों में दर्जी का काम किया और 1929 से 1947 के बीच भारत की आजादी के लिए भी लड़ाई लड़ी। इस दौरान उन्हें कराची की जेल में 2साल बिताने पड़े। किताब ‘लाइफ एंड टाइम्स ऑफ ए.के.हंगल’ में उनकी जिंदगी के ऐसे कई अनछुए पहलुओं का जिक्र है, जो लोगों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं।
कभी दर्जी का काम करते थे ए के हंगल
एक समय था जब ए के हंगल दर्जी का काम करते थे। उनके पिता के एक दोस्त ने उन्हें दर्जी बनने की सलाह दी थी, जिसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के एक दर्जी से सिलाई सीखी और यही काम करने लगे। हंगल तब 52 साल के थे, जब उन्होंने फिल्मों में एंट्री ली। उनकी पहली फिल्म ‘तीसरी कसम’ थी, जो 1966 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में उन्होंने राज कपूर के बड़े भाई का रोल निभाया। 1966 के बाद वह लगातार फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव रहे और 2005 तक हिंदी फिल्मों में काम किया। अपने करियर में उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, जिनमें गुड्डी, शोले, लगान, बावर्ची, और पहेली जैसी फिल्में शुमार हैं।
राजेश खन्ना के साथ कीं 16 फिल्में
ए के हंगल ने यूं तो तमाम बड़े स्टार्स के साथ काम किया, लेकिन अकेले राजेश खन्ना के साथ ही 16 फिल्मों में ही काम किया, जिनमें ‘अमर दीप’, ‘आप की कसम’, ‘सौतेला भाई’ और ‘कुदरत’ जैसी फिल्में शामिल हैं। लगान में शंभू काका का किरदार निभाकर भी उन्होंने खूब वाहवाही लूटी। इसके अलावा उन्होंने टीवी शोज में बी काम किया। 2006 में उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने पद्म भूषण से भी सम्मानित किया और 26 अगस्त 2012 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।