Pradosh Vrat Upay: प्रत्येक महीने की कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत करने का विधान है और 19 सितंबर आश्विन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन शिव पूजन के साथ ही कुछ उपाय करने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

Pradosh Vrat Upay: प्रत्येक महीने की कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत करने का विधान है और 19 सितंबर आश्विन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। लिहाजा 19 सितंबर को प्रदोष व्रत किया जायेगा। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। शिव भक्तों में इस व्रत का काफी महत्व है। इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर सभी नित्य कर्मों से निवृत्त होने के बाद शिव जी की उपासना करनी चाहिए। आज के दिन भगवान शिव को बेल पत्र, पुष्प, धूप-दीप और भोग आदि चढ़ाने के बाद शिव मंत्र का जाप करना चाहिए। बता दूं कि किसी भी प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का बहुत महत्व होता है। त्रयोदशी तिथि में रात्रि के प्रथम प्रहर, यानि सूर्यास्त के बाद के समय को प्रदोष काल कहते हैं। सुबह पूजा आदि के बाद प्रदोष काल के समय भी पुनः इसी प्रकार से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। पूजा के साथ ही कुछ विशेष उपाय करने से इस दिन आपको शिव भगवान की कृपा प्राप्त होती है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में।
प्रदोष व्रत के उपाय
- अगर आप किसी बात को लेकर मानसिक रूप से परेशान हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन शाम के समय शिव मन्दिर में जाकर या घर पर ही भगवान शंकर की मूर्ति या तस्वीर के आगे आसन बिछाकर बैठ जायें और गहरी सांस लेते हुए ‘ऊँ’ शब्द का स-स्वर 5 बार उच्चारण करें। देखिये इस प्रकार उच्चारण करना है- ओ.ओ.ओ.ओ.म यानि ओ की ध्वनि को लंबा खींचना है और म अपने आप ही सांस छोड़ते हुए मुंह से निकल जायेगा। ऐसा करने से आपको मानसिक रूप से शांति मिलेगी।
- अपने किसी विशेष कार्य की सफलता के लिये प्रदोष व्रत के दिन दूध में थोड़ा-सा केसर मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और दूध चढ़ाते समय मन ही मन ‘ऊँ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से आपको अपने कार्यों में सफलता जरूर मिलेगी।
- अगर आपको बिजनेस इंवेस्टमेंट करने में किसी प्रकार की परेशानी आ रही है तो प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर को 11 बेलपत्र अर्पित करें। ऐसा करने से बिजनेस इंवेस्टमेंट संबंधी आपकी सारी परेशानियों का हल जल्दी ही निकलेगा।
- अपने परिवार की सुख-शांति के लिये प्रदोष व्रत के दिन शाम के समय शिव मन्दिर में जाकर एक घी का दीपक और एक तेल का दीपक जलाएं। आपको बता दूं कि घी का दीपक देवताओं को प्रसन्न करने के लिये होता है जबकि तेल का दीपक अपनी कामनाओं की पूर्ति के लिये होता है। साथ ही घी के दीपक में रूई की खड़ी सफेद बत्ती लगाएं और तेल के दीपक में पड़ी हुई बत्ती, यानि लेटी हुई लाल बत्ती लगाएं। ऐसा करने से आपके परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।
- अपनी धन-सम्पत्ति में वृद्धि के लिये प्रदोष व्रत के दिन सवा किलो साबुत चावल और कुछ मात्रा में दूध लेकर शिव मन्दिर में दान करें। ऐसा करने से आपकी और आपके परिवार की धन-सम्पत्ति में वृद्धि होगी।
- अगर आप अपने शत्रुओं से परेशान हैं और उनसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो प्रदोष व्रत के दिन शमी पत्र को साफ पानी से धोकर शिवलिंग पर अर्पित करें और ‘ऊँ नमः शिवाय’ मंत्र का 11 बार जाप करें। ऐसा करने से आपको अपने शत्रुओं से जल्दी ही मुक्ति मिलेगी।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है।