Blood In Piles Problem Remedies: पाइल्स एक गंभीर बीमारी है जिसे नजरअंदाज करने से ये खूनी या भगंदर बन सकती है। खूनी बवासीर लोगों को बहुत परेशान करता है। ऐसे में पाइल्स को खत्म करने के लिए हजारों साल पुराने इन असरदार आयुर्वेद उपायों को जरूर अपनाएं।

लंबे समय तक पेट साफ न होने पर और कब्ज की समस्या बनी रहने पर बवासीर रोग हो जाता है। अगर समय रहते बवासीर को ठीक न किया जाए तो ये गंभीर स्थिति में खूनी बवासीर और फिर भगंदर जैसी खतरनाक स्थिति पैदा कर सकता है। इसके लिए काफी लोग सर्जरी और इंजेक्शन का सहारा लेते हैं। इससे बवासीर में राहत भले ही मिल जाए लेकिन समस्या पूरी तरह से ठीक नहीं होती है। आयुर्वेद में हजारों साल पुराने कुछ असरदार उपाय हैं जिनकी मदद से बवासीर को ठीक किया जा सकता है। इस समस्या को हमेशा के लिए कंट्रोल किया जा सकता है। स्वामी रामदेव ने बवासीर को ठीक करने का अचूक उपाय बताया है जिससे सिर्फ 3 दिन में पाइल्स की बीमारी को ठीक किया जा सकता है।
बवासीर का आयुर्वेदिक इलाज
गाय के दूध में नींबू- स्वामी रामदेव ने बताया कि 1 कप ठंडे दूध में आधा या 1 नींबू निचोड़कर तुरंत इस दूध को पी लें। दूध को ज्यादा देर तक न रखें क्योंकि ये फट जाएगा। रोज सुबह खाली पेट ऐसे ही 3 दिन तक ये दूध पीना है। इससे बवासीर की समस्या बहुत कम हो जाएगी। ध्यान रखें कि गाय का दूध हो जिसे गर्म करके ठंडा कर लें और फिर इसका इस्तेमाल करें।
पका केला और कपूर- बवासीर ठीक करने के लिए दादी नानी का असरदार नुस्खा है कि एक पका केला लें। अब केले का एक टुकड़ा लें और उसमें 1 चना जैसा दाना भीमसेनी कपूर डालकर केले को निगल जाएं। आपको 3 दिन तक ये उपाय करना है। ध्यान रखें कि कपूर शुद्ध होना चाहिए।
खाने में बदलाव- पाइल्स को ठीक करना है तो डाइट में बदलाव करना जरूरी है। जिन्हें ये समस्या है उन्हें खूब पानी पीना चाहिए। खाने में ज्यादा से ज्यादा फाइबर और रेशेवाली चीजें शामिल करें। खुजली और दर्द में राहत के लिए गुनगुने पानी से नहाएं। गुदाद्वार को साफ और सूखा रखें। रोजाना एक्सरसाइज करें और एल्कोहॉल और कैफीन का सेवन न करें।
पाइल्स के लक्षण
- मल के साथ लाल रंग का खून आना
- गुदाद्वार पर खुजली होना
- पेशाब के तुरंत बाद मल का प्रेशर लगना
- गुदाद्वार पर गांठ होना
- गुदाद्वार पर दर्द होना