मौसम बदलने के साथ लोग सर्दी खांसी के साथ मौसमी बीमारियों की चपेट में तेजी से आते हैं. ऐसी स्थिति में चलिए जानते हैं किस हर्ब को अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करना चाहिए

इन दिनों मौसम में काफी बदलाव देखा जा रहा है। दिल्ली एनसीआर में झमाझम बारिश हो रही है। जब मौसम बदलता है तो इसका सबसे ज़्यादा असर हमारे इम्यून सिस्टम पर पड़ता है। इस बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम और फ्लू फैलने का सबसे ज्यादा डर रहता है। लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में तेजी से आते है। ऐसे में अगर आप अपनी डाइट में पुदीने की चाय या फिर काढ़ा को शामिल करें। इस स्थिति में पुदीना संजीवनी बूटी की तरह काम करता है। चलिए जानते हैं पुदीने की चाय पीने के फायदे।
पुदीने की चाय के फायदे
- सर्दी-जुकाम का टॉनिक: सर्दी-जुकाम में पुदीने की चाय पीना बहुत ही फायदेमंद है। दरअसल, पुदीना एंटीबैक्टीरियल होने के साथ एंटीइंफ्लेमेटरी भी है जो कि सांस नली को साफ करने के साथ इंफेक्शन को कम करता है और बलगम को तोड़ता है।
- पाचन स्वास्थ्य लाभ: पुदीने की चाय, पाचन के लिए फायदेमंद होती है क्योंकि इसका सक्रिय तत्व, मेन्थॉल, पाचन तंत्र की मांसपेशियों को आराम पहुँचाता है जिससे सूजन, गैस, ऐंठन और अपच जैसे लक्षणों से राहत मिलती है। पुदीने में मौजूद पोषक तत्व इरिटेबल बाउल सिंड्रोम से पीड़ित लोगों के लिए पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
- इम्यूनिटी होती है बूस्ट: पुदीने की चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इन्फ्लामेट्री और एंटी बैक्टीरियल गुण शरीर को संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं। इसके कफ-निवारक गुण सर्दी-जुकाम के लक्षणों को कम कर सकते हैं, और पुदीने में मौजूद एक्टिव कम्पाउंड बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं।
- बलगम से मिलती है राहत: पुदीने का सेवन श्वसन के लिए लाभकारी है। यह गले की खराश को शांत करता है। इसमें मौजूद मेन्थॉल एक ताज़गी और ठंडक का एहसास देता है जो फेफड़ों में जमे बलगम को कम करने में मदद करता है। जिससे सर्दी, एलर्जी और अन्य श्वसन समस्याओं के लक्षणों से राहत मिलती है।
- तनाव होता है कम: पुदीने की चाय तनाव कम करने में मदद कर सकती है क्योंकि इसमें ऐसे यौगिक मौजूद होते हैं जो शांति प्रदान करते हैं। पुदीने में स्पीयरमिंट या पेपरमिंट मौजूद होते हैं जो अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाने जाते हैं।
- मुंह की बदबू होती है दूर: पुदीने की चाय पीने से साँसों को ताज़ा करने में मदद मिल सकती है। इसमें मौजूद जीवाणुरोधी गुण ओरल हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।