Cancer Test At Home: शरीर में पनप रहे कैंसर की खुद से पहचान की जा सकती है। इसके लिए डॉक्टर ने कुछ खास टिप्स बताए हैं, जिससे आपको महीने में 1-2 बार कैंसर की खुद से जांच करनी चाहिए।

कैंसर की पहचान जितनी जल्दी होगी, इलाज उतना बेहतर हो पाएगा। अगर कैंसर के स्टेज 1-2 या 3 तक पता चल जाता है तो बचने की संभावना काफी बढ़ जाती है। इसके लिए समय पर कैंसर का पता लगना जरूरी है। इसके लिए डॉक्टर लोगों से खुद शरीर में हो रहे बदलावों पर ध्यान देने की सलाह देते हैं। ब्रेस्ट कैंसर की जांच आप खुद भी आसानी से कर सकते हैं। डॉक्टर ऐसे टिप्स शेयर करते हैं जिससे ब्रेस्ट कैंसर का पता घर पर टेस्ट करके भी लगाया जा सकता है। हर किसी को कैंसर का पता लगाने के लिए महीने में 1 बार ये टेस्ट जरूर करना चाहिए।
कैंसर का पता कैसे करें?
डॉक्टर गरिमा सिंह, सीनियर कंसल्टेंट रेडिएशन ऑन्कोलॉजी एंड ऑन्कोसर्जरी (बीएलके, मैक्स हॉस्पिटल, दिल्ली) से बात की तो उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए आप घर में ही जांच कर सकते हैं। महिलाओं को हर महीने खुद से ब्रेस्ट कैंसर के लिए ये टेस्ट जरूर करने चाहिए। हालांकि अमेरिकन कॉलेज ऑफ़ ऑब्सटेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट्स जैसे कई इंस्टीट्यूशन खुद से ब्रेस्ट कैंसर की जांच की सलाह नहीं देते हैं। लेकिन नियमित रूप से त्वचा कैंसर और टेस्टीकुलर कैंसर का पता खुद की जांच से भी किया जा सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए घर पर ऐसे करें टेस्ट
पहला स्टेप- आपको अपने हाथों को कूल्हों पर रखना है और अब शीशे के सामने खड़े हो जाएं। अपने कंधे सीधे रखें और अपने हाथों को अपने कूल्हों पर रखें। शीशे में देखें कि ब्रेस्ट के साइज, शेप या रंग में कोई परिवर्तन तो नहीं दिख रहा है।
दूसरा स्टेप- अब अपने हाथों को सिर के ऊपर तक उठाएं और शीशे में अपने ब्रेस्ट को चेक करें। अब ब्रेस्ट को उंगलियों से दबाकर देखें। करीब एक इंच के आकार में उंगली को गोल गोल घुमाएं और चेक करें कही कोई दर्द या गांठ जैसी तो नहीं है।
तीसरा स्टेप- अब पूरे ब्रेस्ट को दबाते हुए हाथ से चेक करें। आपको बगल से लेकर क्लीवेज तक और कॉलरबोन से लेकर पेट के ऊपरी हिस्से तक पूरे ब्रेस्ट को कवर करते हुए ये चेक करना है। दोनों ब्रेस्ट को इसी तरह चेक करें। खड़े होकर और बैठकर इसी दोनों तरह से ब्रेस्ट को चेक करें।
चौथा स्टेप- गांठों की जांच करते समय आपको दबाव की मात्रा में बदलाव करना होगा। त्वचा और उसके ठीक नीचे के ऊतकों पर हल्का दबाव बनाते हुए चेक करें। ब्रेस्ट के बीच के टिशूज पर मीडियम प्रेशर डालें। ब्रेस्ट के पिछले हिस्से में डीप टिशूज पर तेज प्रेशर डालें। महसूस करें कि ब्रेस्ट में कहीं कोई गांठ कैसी महसूस तो नहीं हो रही है।
ब्रेस्ट कैंसर टेस्ट के दौरान किन बातों पर ध्यान दें
- आपको ब्रेस्ट के आकार, शेप और कलर पर ध्यान देना है।
- कोई डिस्टॉर्शन यानि कई कोई जख्म, दर्द या सूजन पर गौर करें।
- त्वचा पर कोई गड्ढा, सिकुड़न या उभार दिखने पर अलर्ट रहें।
- निप्पल की कंडीशन चेंज हो गई है या अंदर की ओर धंस रही हो तो अलर्ट हो जाएं।
- स्किन का कलर चेंज हो रहा है या त्वचा पर दाने आ रहे हैं।
- अगर कोई बिना दर्द वाली गांठ जैसी महसूस हो रही है।
अगर आपको इसमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो जल्द से जल्द किसी डॉक्टर को दिखाएं। स्त्री रोग विशेषज्ञ से फॉलो-अप अपॉइंटमेंट लेना सबसे जरूरी है। डॉक्टर फिजिकली और मेडिकल टेस्ट करके कैंसर का पता लगाते हैं। ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए साल में एक बार CA15.3 टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।