कप्तान रजत पाटीदार ने जीता एक और बड़ा खिताब, इस टीम को 11 साल बाद बनाया दलीप ट्रॉफी चैंपियन

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दलीप ट्रॉफी 2025 के फाइनल में सेंट्रल जोन ने कमाल कर दिया है। सेंट्रल जोन ने फाइनल में साउथ जोन को हराकर 11 साल बाद खिताब अपने नाम कर लिया है।

Duleep Trophy 2025 Final: रजत पाटीदार ने इस साल RCB को पहली बार IPL चैंपियन बनाया था। इस तरह रजत पाटीदार की कप्तानी में RCB का 18 साल लंबा खिताबी सूखा समाप्त हुआ था। अब पाटीदार ने अपनी कप्तानी में एक और बड़ा कारनामा कर दिखाया है। पाटीदार ने बतौर कप्तान एक और बड़ा खिताब अपने नाम कर लिया है।

दरअसल, सेंट्रल जोन ने दलीप ट्रॉफी 2025 का खिताब जीत लिया है। रजत पाटीदार की कप्तानी में सेंट्रल जोन ने यह खिताब अपने नाम किया। सेंट्रल जोन ने फाइनल में साउथ जोन को 6 विकेट से हराकर 7वीं बार दलीप ट्रॉफी का खिताब जीता। इससे पहले टीम 1971-72, 1996-97, 2004-05 और 2014-15 में चैंपियन बनी थी। वहीं, 1997-98 में सेंट्रल जोन ने वेस्ट जोन के साथ दलीप ट्रॉफी का खिताब साझा किया था।

यश राठौड़ डबल सेंचुरी से चूके

सेंट्रल जोन को चैंपियन बनाने में कप्तान रजत पाटीदार और यश राठौड़ का अहम योगदान रहा। साउथ जोन के 149 रनों के जवाब में साउथ जोन ने पहली पारी में 500 से ज्यादा रन बनाए। पाटीदार ने पहली पारी में शानदार शतक जड़ा। उन्होंने 12 चौके और 2 छक्कों की मदद से 101 रन बनाए। इसके अलावा यश राठौड़ ने 194 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 17 चौके और 2 छक्के जड़े। वहीं, सारांश जैन (69) और दानिश मालेवार (53) ने अर्धशतक जड़े। इस तरह सेंट्रल जोन पहली पारी में 511 रन स्कोरबोर्ड पर लगाने में सफल रहा।

दूसरी पारी में साउथ जोन ने शानदार वापसी करते हुए 426 रन बनाए। इस तरह सेंट्रल जोन को जीत के लिए 65  रनों का लक्ष्य मिला, जो उसने 5वें दिन 4 विकेट खोकर 21वें ओवर में ही हासिल कर लिया। यश राठौड़ को 194 रनों की शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया जबकि सारांश जैन प्लेयर ऑफ द सीरीज बने।

कप्तान ने जताई खुशी

दलीप ट्रॉफी का खिताब जीतने के बाद कप्तान रजत पाटीदार ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हर कप्तान को ट्रॉफी पसंद होती है। टीम में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जिन्होंने न सिर्फ फाइनल में, बल्कि पिछले दो मैचों में भी शानदार प्रदर्शन किया। पिच बल्लेबाजी के लिए बिल्कुल सही थी, हमारे गेंदबाजों ने दबदबा बनाया। विकेट थोड़ा सूखा था, इसलिए हमने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। हमारा लक्ष्य पहली पारी में उन्हें जल्द से जल्द आउट करना था। हमने अनुमान लगाया था कि तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी, लेकिन मुझे स्पिनर को एक ओवर देना पड़ा ताकि देख सकूं कि गेंदबाज कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं। स्पिनरों को ज्यादा मदद मिली।

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