अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को संकेत दिया है कि अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान के बगराम एयर बेस पर फिर से तैनात हो सकते हैं। ट्रंप के इस बयान ने काफी हलचल मचा दी है।

अमेरिका एक बार फिर से अफगानिस्तान में सैनिकों की तैनाती कर सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को बगराम एयर बेस का जिक्र किया और कहा है कि हम इसे वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रंप ने इसे एक ब्रेकिंग न्यूज बताया है। डोनाल्ड ट्रंप ने ये बात ब्रिटेन की यात्रा के समापन पर ब्रिटिश पीएम केअर स्टॉर्मर के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बात कही है। ट्रंप ने कहा है कि बगराम में अमेरिकी उपस्थिति अहम है क्योंकि यह चीन के करीब है।
ट्रंप ने चीन को बताया टारगेट
डोनाल्ड ट्रंप ने बगराम एयर बेस को वापस लेने के कदम को चीन से मुकाबला करने की जरूरत से जोड़ा है। एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने बगराम एयर बेस का जिक्र किया और कहा- ‘‘हम उस बेस को इसलिए चाहते हैं क्योंकि जैसा कि आप जानते हैं, यह उस जगह से एक घंटे की दूरी पर है जहां चीन अपने परमाणु हथियार बनाता है।’’
क्या ट्रंप की बात मानेगा तालिबान?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि 2021 में सत्ता में वापसी के बाद से ही तालिबान लगातार आर्थिक संकट, अंतरराष्ट्रीय वैधता, आंतरिक कलह और प्रतिद्वंद्वी आतंकवादी समूहों से जूझ रहा है। ऐसे में तालिबान अमेरिकी सेना को वापस आने की अनुमति देने के लिए तैयार हो सकता है।
व्हाइट हाउस ने नहीं दी जानकारी
आपको बता दें कि करीब 4 साल पहले अमेरिकी सैनिकों ने अचानक से अफगानिस्तान छोड़ दिया था। इसके बाद बगराम एयर बेस समेत पूरे अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया था। अफगानिस्तान, अमेरिका के सबसे लंबे चलने वाले युद्ध केंद्र के रूप में जाना जाता है। व्हाइट हाउस ने अभी तक ये साफ नहीं किया है कि क्या अमेरिका और तालिबान सरकार के बीच कोई नई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष बातचीत हुई है या नहीं।
जानें बगराम एयर बेस के बारे में
आपको बता दें कि बगराम एयर बेस अफगानिस्तान के परवान प्रांत में स्थित है। ये काबुल से 47 किलोमीटर उत्तर में है। बगराम एयरफील्ड में 11,800 फुट का रनवे है जो बमवर्षक और बड़े मालवाहक विमानों के परिचालन में सक्षम है। डोनाल्ड ट्रंप कुछ समय पहले ये भी दावा किया था कि बगराम एयर बेस को चीन ने अपने कब्जे में ले लिया है।