रायबरेली l जिले के भदोखर थाना क्षेत्र में एक हृदयविदारक घटना ने सभी को स्तजीब्ध कर दिया। अंतिम संस्कार में शामिल होने गए धर्मेश कुमार यादव (पुत्र रामकुमार, निवासी छेदी का पुरवा, थाना मील एरिया) की मधुमक्खियों के झुंड के हमले में असमय मृत्यु हो गई। यह घटना बेहटा गांव में उस समय हुई जब धर्मेश अपने फूफा के यहाँ अंतिम संस्कार के लिए गए थे। मधुमक्खियों के इस अप्रत्याशित हमले ने न केवल धर्मेश की जान ले ली प्राप्त जानकारी के अनुसार, धर्मेश कुमार यादव अपने फूफा के घर बेहटा गाँव में एक परिजन के अंतिम संस्कार में शामिल होने गए थे। इसी दौरान अचानक मधुमक्खियों का एक झुंड वहाँ पहुँच गया और धर्मेश सहित वहाँ मौजूद अन्य लोगों पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मधुमक्खियों ने धर्मेश पर विशेष रूप से अधिक हमला किया। काटने के कुछ ही देर बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी और वह अचेत हो गए। परिजन और साथी उन्हें तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुँचे, लेकिन डॉक्टरों ने अथक प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों ने धर्मेश को मृत घोषित कर दिया।उनकी मृत्यु की खबर सुनते ही जिला अस्पताल में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पिता रामकुमार बार-बार बेहोश हो रहे थे और चीत्कार करते हुए कह रहे थे, “कोई मेरे घर का चिराग ले आओ, अब हम कैसे रहेंगे?”धर्मेश की असामयिक मृत्यु ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया है।धर्मेश के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा एक पुत्र और एक पुत्री हैंधर्मेश दो भाइयों में बड़े थे और गाँव वालों के बीच अपनी मिलनसार और सम्मानजनक स्वभाव के लिए जाने जाते थे। गाँव के एक बुजुर्ग ने बताया, “धर्मेश बहुत अच्छा इंसान था। वह सबसे हँसकर मिलता था और कभी किसी का बुरा नहीं चाहता था। उसकी इस तरह मृत्यु हो जाना हमारे लिए बहुत बड़ा झटका है।”