चपरासी के पद के लिए 24 लाख से ज्यादा आवेदन आए हैं। आवेदन करने वालों में कई पीएचडी और बीटेक की डिग्री लेने वाले लोग भी शामिल हैं।

राजस्थान में आठ साल के लंबे इंतजार के बाद ग्रुप डी की भर्ती निकली हैं। इस भर्ती में रिकॉर्ड आवेदन आए हैं। 24.75 लाख से ज्यादा लोगों ने चपरासी के पद के लिए आवेदन किया है, जबकि कुल पदों की संख्या 53749 है। खास बात यह है कि आवेदन करने वालों में पीएचडी और बीटेक की डिग्री रखने वाले लोग भी शामिल हैं। कई लोगों के पास एमएससी, एमबीए की भी डिग्री है। इस पद के लिए आवेदन करने वाले 75 से 90 फीसदी उम्मीदवार ओवर क्वालिफाइड हैं।
19 से 21 सितंबर के बीच इस परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। सरकारी चपरासी की नौकरी पक्की होती है और नौकरी खत्म होने के बाद पेंशन भी मिलती है। इसी वजह से इस पद के लिए लोगों ने जमकर आवेदन किया है।
कहां मिलेगी पोस्टिंग?
राजस्थान में ग्रुप डी की यह नौकरी हाईकोर्ट, जिला न्यायालय और अन्य कानूनी संस्थाओं के लिए निकाली गई है। परीक्षा पास करने वाले लोगों को चपरासी, सफाई कर्मी, चौकीदार के पद पर नियुक्ति मिलेगी। यह परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित की जा रही है। परीक्षा के लिए 1286 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा कुल 100 अंक की है। इसमें सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 45 फीसदी अंक लाना जरूरी है। वहीं, आरक्षित श्रेणियों के उम्मीदवारों को 40 फीसदी अंक लाना होगा।
क्या योग्यता जरूरी?
इस परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं की परीक्षा पास करना जरूरी है। इसके साथ ही हिंदी पढ़ने-लिखने के साथ ही राजस्थान की संस्कृति और भाषा का ज्ञान जरूरी है। इसके लिए न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम उम्र 40 साल हो सकती है। आरक्षित उम्मीदवारों को अधिकतम उम्र की सीमा में छूट मिलेगी। चयनित उम्मीदवारों को दो साल की प्रोबेशन अवधि में रखा जाएगा और उनका वेतन 12400 रुपये होगा। इसके बाद उनकी वेतन सीमा 17700 से 56200 रुपये के बीच होगी।