Russia Ukraine War: जानिए रूस को रोकने के लिए क्या है यूक्रेन का प्लान, पश्चिमी देशों का भी मिल रहा है साथ

Spread the love

रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। रूस की ओर से यूक्रेन पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। रूसी हमलों को लेकर यूक्रेन और पश्चिमी सहयोगियों ने बड़ी रणनीति बनाई है।

Russia Ukraine War:  यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की बेहद कम संभावनाओं के बीच उसके पश्चिमी सहयोगियों ने इस युद्धग्रस्त देश के हथियार उद्योग में बड़े निवेश की रणनीति बनाई है ताकि वह रूस का बेहतर मुकाबला कर सके। यदि यह रणनीति सफल रहती है, तो यूक्रेन की विकसित सैन्य तकनीक अमेरिकी और यूरोपीय सेनाओं को भी उपलब्ध कराई जा सकेगी। हाल ही में यूक्रेन ने एक ‘क्वाडकॉप्टर’ ड्रोन विकसित किया है, जो रूस के जैमिंग उपकरणों से बचकर 20 किलोमीटर तक उड़ सकता है और 6 किलोग्राम विस्फोटक गिरा सकता है। 

अमेरिका के विशेष दूत ने दिया था बड़ा बयान

यूक्रेन के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के विशेष दूत कीथ केलॉग ने कीव में पिछले सप्ताह एक सम्मेलन में कहा था, ‘‘ड्रोन तकनीक में यूक्रेन दुनिया में अग्रणी है। हम अब यूक्रेनियों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि हम ड्रोन प्रौद्योगिकी का आदान-प्रदान कर सकें, जो मुझे लगता है कि बहुत महत्वपूर्ण है।’’ रूस के हमलों को अब यूरोपीय देशों ने भी खतरा माना है और इसे गंभीरता से लेना शुरू किया है। 

यूक्रेन बढ़ा रहा है हथियार उत्पादन क्षमता

यूक्रेन अपनी हथियार उत्पादन क्षमता को तीन गुना करने का लक्ष्य लेकर पश्चिमी निवेश चाहता है। वर्तमान में उसका उद्योग सेना की 60 प्रतिशत जरूरतें पूरी करता है, जबकि युद्ध से पहले यह केवल 10 प्रतिशत था। यूक्रेनी कंपनियां तेजी से नवाचार कर रही हैं। उदाहरण के लिए आर-34 ‘क्वाडकॉप्टर’ ड्रोन के निर्माता एफआरडीएम का ड्रोन सैनिकों की जान बचाने के लिए डिजाइन किया गया है। छोटे ‘फर्स्ट पर्सन व्यू’ (एफपीवी) ड्रोन रूसी सेना को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं, जबकि लंबी दूरी के ड्रोन 1,000 किलोमीटर दूर तक निशाना साध सकते हैं। सिर्फ ड्रोन ही नहीं, बल्कि बख्तरबंद वाहन बनाने वाली कंपनियां भी रूस की तकनीक का मुकाबला करने में सक्षम हो रही हैं। 

मजबूत बन सकता है यूक्रेन

यूरोपीय संघ की अध्यक्ष वॉन डेर लेयेन ने कहा है कि अधिक वित्तीय मदद से यूक्रेन इतना मजबूत बन सकता है कि भविष्य में कोई भी उस पर हमला ना कर पाए। डेनमार्क और ब्रिटेन जैसे देशों ने सीधे यूक्रेनी रक्षा कंपनियों में निवेश शुरू कर दिया है। यूक्रेन का मानना है कि युद्ध ने उसे यह सिखाया है कि आधुनिक हथियार उद्योग में तेजी और नवाचार ही सफलता की कुंजी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *