नेपाल में अंतरिम सरकार बनने के बाद भी हालात हर पल बदल रहे हैं। नेपाल में हुए विरोध प्रदर्शनों में बड़ी भूमिका निभाने वाले सुदन गुरंग अब प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के खिलाफ सख्त तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं।

Nepal Gen-Z Protest: नेपाल में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है और सुशीला कार्की देश की नई प्रधानमंत्री बनी हैं। नेपाल में मंत्रिमंडल विस्तार होने वाला है ऐसे में Gen-Z आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहे सुदन गुरुंग ने पीएम कार्की को लेकर सख्त तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। सुदन गुरुंग ने अब यहां तक कह दिया है कि जिसको मैं प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बिठा कर आया हूं उसको बाहर निकलने में मुझे अधिक समय नहीं लगेगा।
सुदन गुरंग के संगठन ने निभाई बड़ी भूमिका
सुदन गुरंग के संगठन हामी नेपाल ने हाल ही में हुए आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाई है। युवाओं को एकजुट करने के साथ-साथ नेपाल में हुए तख्तापलट में इस संगठित की बड़ी भूमिका रही है लेकिन अब एक बार फिर हालात बदलते हुए नजर आ रहे हैं। सुदन गुरुंग अब सुशीला कार्की से नाराज दिख रहे हैं।
सुदन गुरुंग क्या चाहते थे?
सुदन गुरुंग चाहते थे कि आंदोलन मारे गए लोगों के परिजनों के साथ वो पीएम कार्की से मुलाकात करें। गुरुंग ने इसके लिए 2 बार कोशिश भी की लेकिन पीएम से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। इतना ही नहीं कहा जा रहा है कि सरकार में शामिल किए जाने वाले मंत्रियों के चयन में भी सुदन गुरुंग को भाव नहीं दिया गया जिससे वो खासे नाराज हैं।
नेपाल में कितने लोगों की हुई मौत?
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान काठमांडू सहित देश भर में हुई आगजनी, हत्या, हिंसा और लूटपाट की घटना की न्यायिक जांच कराने की बात कही है। सिंह दरबार में कार्यभार संभालने के बाद अंतरिम प्रधानमंत्री कार्की ने कहा कि Gen-Z प्रदर्शन की आड़ में हुई हिंसा साजिश के तहत की गई है। जिस तरह से टारगेट करके लोगों की संपत्तियों को जलाया गया, उनके घर जलाए गए हैं, यह युवा प्रदर्शनकारियों का काम नहीं है। नेपाल में आंदोलन के दौरान मरने वालों की संख्या बढ़कर 72 तक पहुंच गई है।